
– वैदिक काल से वर्तमान निर्माण में नारी का अहम योगदान
– पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति महोत्सव में आयोजित गोष्ठी में महिलाओं ने जल और सनातन संरक्षण पर दिया जोर
फरह/देवेन्द्र शर्मा। वैदिक काल से वर्तमान समय तक हर क्षेत्र में नारी समाज का योगदान रहा है। नारियों ने संस्कार और संस्कृति की रक्षा में भी सहयोग किया है। आज सनातन संस्कृति की रक्षा और जल संरक्षण के लिए महिलाओं को आगे बढ़कर काम करना होगा।
यह विचार रविवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति महोत्सव मेला में आयोजित राष्ट्र निर्माण के परिपेक्ष्य में नारी और उसका सर्वकालिक योगदान भारतीय संदर्भ में विषय पर आयोजित संगोष्ठी में महिलाओं ने व्यक्त किए।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा. बबीता चौहान ने आयोग द्वारा महिलाओं के सहयोग में किए जा रहे कामों को सामने रखते हुए कहा कि आयोग हर पीड़ित महिला का दुख हरने को तत्पर है, कोई समस्या हो तो महिला आयोग के संज्ञान में लाएं। महिलाओं के लिए संचालित केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि अपने गांव के प्रधान से योजनाओं की जानकारी लेकर लाभ उठाएं, कोई समस्या आए तो भाजपा के मंडल अध्यक्षों से सहयोग मांगे। नारी हमेशा से संस्कृति, संस्कार और समाज की रचनात्मक भूमिका में रही है।
राष्ट्रीय सेविका समिति की धार्मिक एवं संपर्क प्रमुख मीनाक्षी ऋषि ने जल संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाएं जल संरक्षण में बड़ी भूमिका निभा सकती है। जल ही जीवन है, इसलिए इसे बचाने में सभी महिलाएं योगदान दें।
शारदा विश्वविद्यालय की कुलपति डा. जयंती राजन ने कहा कि स्वदेशी और संस्कार को बढ़ावा देने में नारी शक्ति बड़ी भूमिका निभा सकती है और विकसित भारत का सपना पूरा कर सकती हैं। आज संस्कारों की जरूरत है, रील की नहीं।
एसएन मेडिकल कालेज की फारेंसिक मेडिसिन विभाग की विभागध्यक्ष डा. ऋचा गुप्ता ने कहा कि आपरेशन सिंदूर में महिला अधिकारियों का अहम योगदान रहा। आज हर क्षेत्र में नारी अपना समर्पण दिखा रही है। कृषि विकास में भी नारी का अहम योगदान है। उन्होंने वैदिक काल से वर्तमान तक नारी द्वारा किए गए कामों को सामने रखा। संगोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
कार्यक्रम में विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री यतेंन्द कुमार, संघ के प्रचारक डा. दिनेश जी, स्मारक समिति मंत्री केशव कुमार शर्मा, मेला समिति अध्यक्ष एडवोकेट सोहन लाल शर्मा, मेला समिति के कोषाध्यक्ष नरेंद्र पाठक, सुनील पाठक डा. मालती मिश्र, सीए अमिता गर्ग, डा. प्रीति भारद्वाज, डा. गार्गी त्यागी, डा. स्वाति चौधरी, प्रमिला राजपूत, रामेश्वर दिवाकर, कमलेश चौहान के अलावा एसएन मेडिकल कालेज की प्रशिक्षु डाक्टर, छात्राएं और महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद रहीं। एडवोकेट चंचल गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया, संचालन निर्मला दीक्षित ने किया।